Last updated on September 30th, 2023 at 07:51 pm
Statue of Unity Photos: Tickets, Parking, Hotels, Nearest Tourism Places, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के बारे में संपूर्ण जानकारी
नमस्ते दोस्तों इस आर्टिकल के जरिये हम (Statue of Unity) स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के बारे में संपूर्ण जानकारी देने की कोशिस कर रहे है उम्मीद है यह आर्टिकल एक एंगेजिंग होगा, Statue of Unity Photos को सरदार वल्लभभाई पटेल की स्मरण के रूप में बनाया गया था। सरदार पटेल भारत के स्वतंत्रता के बाद के पहले उप प्रधान मंत्री और गृह मंत्री थे। उन्हें भारत के “लौह पुरुष” के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि उन्होंने देश के 562 रियासतों को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
यह प्रतिमा 182 मीटर (597 फीट) ऊँची है, जो इसे दुनिया की सबसे ऊँची प्रतिमा बनाती है। इसे गुजरात सरकार द्वारा ₹298 करोड़ (US$390 मिलियन) की लागत से बनाया गया था। इसे मूर्तिकार राम वी सुतार ने डिजाइन किया था, जिन्होंने 50 से अधिक स्मारकों को डिजाइन किया है। इसे भारतीय बहुराष्ट्रीय इंजीनियरिंग और निर्माण कंपनी लार्सन एंड टुब्रो द्वारा बनाया गया था।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 अक्टूबर 2018 को 143वीं जयंती के अवसर पर स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का उद्घाटन किया था। यह गुजरात के केवडिया में नर्मदा नदी के तट पर स्थित है।
यह प्रतिमा सरदार पटेल को श्रद्धांजलि है, जिन्होंने भारत को एकजुट करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया था। यह प्रतिमा भारत के लोगों के लिए एक प्रेरणा है कि वे भी देश को एकजुट रखने के लिए काम करें।
डिजाइन : Statue of Unity
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी कांस्य से बना है और 182 मीटर (597 फीट) ऊँचा है। इसे 6,000 टन कांस्य और 2,500 टन स्टील से बनाया गया है। यह प्रतिमा 210 मीटर (690 फीट) ऊँची कंक्रीट की आधारशिला पर स्थित है।
यह प्रतिमा सरदार पटेल को एक पारंपरिक धोती और शाल पहने हुए दिखाती है, जो नर्मदा नदी के ऊपर से दुनिया को एक सशक्त लेकिन विनम्र, अविचल और निडर नेता के रूप में देखती है।
विशेषताएं : Statue of Unity
- स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के शीर्ष पर एक व्यूइंग गैलरी है, जो आसपास के क्षेत्र के मनोरम दृश्य प्रस्तुत करती है। Height of statue of unity गैलरी 153 मीटर (502 फीट) ऊँची है और इसमें 200 लोग बैठ सकते हैं।
- यह भी एक संग्रहालय है, जिसमें सरदार पटेल के जीवन और कार्यों के बारे में जानकारी है। गैलरी में एक रोमांचक 4D फिल्म भी है, जो सरदार पटेल के जीवन को दर्शाती है।
- स्टैच्यू ऑफ यूनिटी एक अद्भुत स्मारक है, जो सरदार पटेल की महानता और भारत के एकता और अखंडता के प्रतीक के रूप में खड़ा है। यह एक must-visit स्थल है, जो हर भारतीय को देखना चाहिए।
- स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के शीर्ष पर एक व्यूइंग गैलरी है, जहाँ से आसपास के क्षेत्र के शानदार दृश्य देखे जा सकते हैं। गैलरी 153 मीटर (502 फीट) ऊँची है और इसमें 200 लोग बैठ सकते हैं।
- इसके अलावा, प्रतिमा के अंदर एक संग्रहालय भी है, जो सरदार पटेल के जीवन और कार्यों के बारे में जानकारी देता है। संग्रहालय में 40 गैलरी हैं और इसमें सरदार पटेल से संबंधित 400 से अधिक वस्तुओं का प्रदर्शन है।
- स्टैच्यू ऑफ यूनिटी एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण भी है। यह हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करता है। पर्यटकों के लिए कई सुविधाएं उपलब्ध हैं, जिनमें एक कैफेटेरिया, एक स्मारिका दुकान और एक पार्किंग स्थल शामिल हैं।
- यह प्रतिमा नर्मदा नदी के तट पर स्थित है। यह दुनिया की सबसे ऊँची प्रतिमा है और सरदार पटेल को एक महान नेता के रूप में श्रद्धांजलि अर्पित करती है।
महत्व : Statue of Unity
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी राष्ट्रीय एकता और गौरव का प्रतीक है। यह सरदार पटेल की याद में समर्पित है, जिन्हें देश के 562 रियासतों को एकजुट करने में उनकी भूमिका के लिए “भारत के लौह पुरुष” के रूप में माना जाता है।
यह प्रतिमा पटेल के एकजुट भारत के दृष्टिकोण और राष्ट्रीय एकीकरण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता की याद दिलाती है। यह भारत के विकास और प्रगति का भी प्रतीक है।
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी दुनिया की सबसे ऊँची प्रतिमा है, जो पूर्ववर्ती रिकॉर्ड धारक, चीन में स्प्रिंग टेम्पल बुद्ध को पछाड़ती है।
यह कांस्य से बना है और इसमें 6,000 टन कांस्य और 2,500 टन स्टील का इस्तेमाल हुआ है।
प्रतिमा एक 210 मीटर (690 फीट) ऊँची कंक्रीट की आधारशिला पर स्थित है।
इस प्रतिमा को बनाने में 3.5 साल का समय लगा और इसकी लागत ₹298 करोड़ (US$390 मिलियन) थी।
इसे मूर्तिकार राम वी सुतार द्वारा डिजाइन किया गया था, जिन्होंने 50 से अधिक स्मारकों को डिजाइन किया है।
इस प्रतिमा का निर्माण भारतीय बहुराष्ट्रीय इंजीनियरिंग और निर्माण कंपनी लार्सन एंड टुब्रो ने किया था।
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी गुजरात के केवडिया में नर्मदा नदी के तट पर स्थित है। यह एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण है और हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करता है।
पर्यटकों के लिए कई सुविधाएं उपलब्ध हैं, जिनमें एक कैफेटेरिया, एक स्मारिका दुकान और एक पार्किंग स्थल शामिल हैं।
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी राष्ट्रीय एकता और गौरव का प्रतीक है। यह सरदार पटेल की याद में समर्पित है, जिन्हें देश के 562 रियासतों को एकजुट करने में उनकी भूमिका के लिए “भारत के लौह पुरुष” के रूप में माना जाता है।
यह प्रतिमा कुछ और दिलचस्प तथ्यों के कारण भी अद्वितीय है:
- यह प्रतिमा इतनी ऊँची है कि इसे 30 किलोमीटर (19 मील) दूर से देखा जा सकता है।
- यह प्रतिमा भूकंप-प्रतिरोधी नींव पर बनी है जो 180 किलोमीटर प्रति घंटे (112 मील प्रति घंटे) की हवा और5 रिक्टर पैमाने पर भूकंप का सामना कर सकती है।
- प्रतिमा में सीसीटीवी कैमरे, रडार और गति सेंसर से लैस एक सुरक्षा प्रणाली है।
- प्रतिमा में एक बिजली गिरने से बचाव प्रणाली भी है।
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी एक अद्भुत इंजीनियरिंग और स्थापत्य उपलब्धि है। यह भारत के गौरव और एकता का प्रतीक है।
ऑनलाइन टिकटें बुक करें Statue of unity package
आप स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की आधिकारिक वेबसाइट http://www.soutickets.in/ पर ऑनलाइन टिकट बुक कर सकते हैं।
यहाँ विभिन्न प्रकार के टिकट उपलब्ध हैं, जिनमें शामिल हैं:
- बेसिक एंट्री टिकट: यह टिकट आपको स्टैच्यू ऑफ यूनिटी परिसर में प्रवेश करने और संग्रहालय का भ्रमण करने की अनुमति देता है।
- व्यूइंग गैलरी टिकट: यह टिकट आपको प्रतिमा के शीर्ष पर व्यूइंग गैलरी में जाने के लिए अनुमति देता है, जो आसपास के क्षेत्र के मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है।
- कॉम्बो टिकट: यह टिकट बेसिक एंट्री टिकट और व्यूइंग गैलरी टिकट को जोड़ती है।
आप स्टैच्यू ऑफ यूनिटी परिसर में स्थित टिकट काउंटरों पर भी टिकट बुक कर सकते हैं। हालांकि, विशेष रूप से पर्यटन के मौसम के दौरान, ऑनलाइन पहले से टिकट बुक करना उचित है।
पार्किंग और समय
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी परिसर के पास एक बड़ा पार्किंग स्थल है। पार्किंग शुल्क ₹50 प्रति कार है।
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की यात्रा की योजना बनाते समय कुछ और बातों का ध्यान रखना चाहिए:
- यह प्रतिमा सप्ताह के सभी दिन सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक खुली रहती है।
- अंतिम प्रवेश 4:00 बजे है।
- व्यूइंग गैलरी सुबह 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक खुली रहती है।
- टिकट काउंटर शाम 4:30 बजे बंद हो जाता है।
होटल Hotel near statue of unity
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के पास कई होटल हैं, जो बजट होटलों से लेकर लक्जरी रिसॉर्ट्स तक हैं। आप अपनी होटल की बुकिंग ऑनलाइन या ट्रैवल एजेंटों के माध्यम से कर सकते हैं।
यहाँ कुछ लोकप्रिय होटल हैं:
- रामदा एंकोर बाय wyndham स्टैच्यू ऑफ यूनिटी: यह होटल स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से सिर्फ5 किलोमीटर दूर है। यह विभिन्न प्रकार के कमरे और सुइट्स, साथ ही एक रेस्तरां, एक बार और एक स्विमिंग पूल प्रदान करता है।
- द फर्न सरदार सरोवर रिजॉर्ट केवडिया: यह रिसॉर्ट स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से 5 किलोमीटर दूर है। यह आयुर्वेदिक उपचार, स्पा और गोल्फ कोर्स प्रदान करता है।
- यूनिटी हॉलिडे रिजॉर्ट: यह रिसॉर्ट स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से 7 किलोमीटर दूर है। यह नर्मदा नदी के ऊपरी छोर वाले कॉटेज और विला प्रदान करता है।
- गैलेक्सी@एसओयू: यह होटल स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से 8 किलोमीटर दूर है। यह वातानुकूलित कमरे और मुफ्त वाई-फाई प्रदान करता है।
- केके लक्ज़री होम स्टे: यह होमस्टे स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से 9 किलोमीटर दूर है। यह एक पारंपरिक गुजराती अनुभव के साथ घर का बना भोजन प्रदान करता है।
परिवहन के साधन
- स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के पास कई परिवहन के साधन हैं, जिनमें ट्रेन, बस, हवाई जहाज और टैक्सी शामिल हैं।
- निकटतम रेलवे स्टेशन: स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के निकटतम रेलवे स्टेशन केवडिया रेलवे स्टेशन (KDCY) है। यह स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से लगभग 27 किलोमीटर दूर है। अहमदाबाद, वडोदरा और सूरत से केवडिया रेलवे स्टेशन के लिए नियमित ट्रेनें हैं।
- केवडिया रेलवे स्टेशन से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी जाने के लिए आप टैक्सी या बस ले सकते हैं। टैक्सी का किराया लगभग ₹1000 और बस का किराया लगभग ₹50 है।
- निकटतम हवाई अड्डा: स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का निकटतम हवाई अड्डा वडोदरा हवाई अड्डा (BDQ) है। यह स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से लगभग 120 किलोमीटर दूर है। अहमदाबाद, मुंबई और दिल्ली से वडोदरा हवाई अड्डे के लिए नियमित उड़ानें हैं।
- वडोदरा हवाई अड्डे से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी जाने के लिए आप टैक्सी या बस ले सकते हैं। टैक्सी का किराया लगभग ₹2000 और बस का किराया लगभग ₹100 है।
- अन्य परिवहन के साधन: गुजरात के प्रमुख शहरों और स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के बीच कई बसें भी हैं। आप स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक जाने के लिए कार या टैक्सी भी किराए पर ले सकते हैं।
निकटतम पर्यटन स्थल & ONE DAY PLAN & TWO DAY PLAN
- फूलों की घाटी: यह एक सुंदर उद्यान है जो स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से 6 किलोमीटर दूर स्थित है। यह विभिन्न प्रकार के फूलों का घर है, जिनमें ऑर्किड, लिली और गुलाब शामिल हैं।
- सरदार सरोवर बांध: यह एक विशाल बांध है जो स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से 3.5 किलोमीटर दूर स्थित है। यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा कंक्रीट गुरुत्वाकर्षण बांध है।
- गिर राष्ट्रीय उद्यान: यह एक वन्यजीव अभयारण्य है जो स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से 130 किलोमीटर दूर स्थित है। यह एशियाई शेर का घर है, साथ ही अन्य जानवरों जैसे तेंदुए, लकड़बग्घे और मृग भी हैं।
- चंपानेर-पावागढ़ पुरातात्विक पार्क: यह एक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है जो स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से 100 किलोमीटर दूर स्थित है। यह कई ऐतिहासिक स्मारकों का घर है, जिनमें चंपानेर किला और पावागढ़ पहाड़ी शामिल हैं।
- अवरोरा: यह एक समुदाय है जो स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से 150 किलोमीटर दूर स्थित है। यह दुनिया भर के लोगों का घर है जो एक अधिक शांतिपूर्ण और टिकाऊ दुनिया बनाने के लिए काम कर रहे हैं।
- स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के स्थान, साधु बेट, नर्मदा नदी का एक छोटा सा द्वीप है। इसे निम्नलिखित कारणों से चुना गया था
- यह गुजरात के आदिवासी क्षेत्र में स्थित है, जहाँ सरदार पटेल का जन्म और पालन-पोषण हुआ था।
- यह सरदार सरोवर बांध के पास है, जो एक परियोजना थी जिसे सरदार पटेल ने बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
- यह स्थान आसपास के क्षेत्र के मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है, जिसमें नर्मदा नदी और विंध्य पर्वत शामिल हैं।
- यह स्थान सड़क और रेल मार्ग से भी आसानी से पहुँचा जा सकता है।
- स्टैच्यू ऑफ यूनिटी एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण है और इस क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने की उम्मीद है। यह गुजरात के आदिवासी क्षेत्र के विकास में भी मदद करने की उम्मीद है।
- स्टैच्यू ऑफ यूनिटी दुनिया की सबसे ऊँची प्रतिमा है और यह सरदार वल्लभभाई पटेल को समर्पित है, जिन्हें भारत के “लौह पुरुष” के रूप में जाना जाता है। प्रतिमा नर्मदा नदी के तट पर स्थित है और यह आसपास के क्षेत्र के मनोरम दृश्य प्रस्तुत करती है।
- स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को हर साल लाखों पर्यटक देखने आते हैं। यह पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा कर रहा है और गुजरात के आदिवासी क्षेत्र के विकास में मदद कर रहा है।
सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के नाडियाद में हुआ था। वे झवेरभाई पटेल और लाडबा के छह बच्चों में से चौथे थे।
नाडियाद गुजरात के खेड़ा जिले का एक शहर है। यह नर्मदा नदी के तट पर स्थित है, जो अहमदाबाद से लगभग 60 किलोमीटर दूर है।
पटेल के पिता एक किसान और एक छोटे व्यापारी थे। उनकी माँ एक गृहिणी थीं। पटेल का परिवार अमीर नहीं था, लेकिन वे समुदाय में सम्मानित थे।
पटेल ने नाडियाद के एक स्थानीय स्कूल में पढ़ाई की। वह एक तेजस्वी छात्र थे और अपनी पढ़ाई में अव्वल थे। स्कूल से स्नातक होने के बाद, उन्होंने अहमदाबाद में कानून का अध्ययन किया।
कानून की पढ़ाई पूरी करने के बाद, पटेल ने अहमदाबाद में वकालत शुरू की। वह जल्द ही एक सफल वकील बन गए और उनकी ईमानदारी और अखंडता के लिए जाने जाते थे।
पटेल भी राजनीति में सक्रिय थे। उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हुए और इसके प्रमुख नेताओं में से एक बन गए। वह भारतीय स्वतंत्रता के लिए एक मजबूत पैरोकार थे और स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
भारत के स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद, पटेल भारत के पहले उप-प्रधानमंत्री और गृह मंत्री बने। वह देश के 562 रियासतों को एकजुट करने में उनकी भूमिका के लिए सबसे ज्यादा जाने जाते हैं। उन्हें उनकी दृढ़ता और दृढ़ संकल्प के लिए “भारत के लौह पुरुष” के रूप में भी जाना जाता है।
पटेल का 15 दिसंबर 1950 को 75 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्हें भारत के सबसे महान नेताओं में से एक माना जाता है और उनकी विरासत दुनिया भर के लोगों को प्रेरित करती रहती है।