सोयाबीन की खेती के लिए उन्नत किस्में: सोयाबीन की कई उन्नत किस्में उपलब्ध हैं। इनमें से कुछ किस्में हैं:RVSM-2001,RVSM-2002,RVSM-2003,RVSM-2004RVSM-2005
सोयाबीन की खेती के लिए उन्नत किस्में: सोयाबीन की कई उन्नत किस्में उपलब्ध हैं। इनमें से कुछ किस्में हैं:RVSM-2001,RVSM-2002,RVSM-2003,RVSM-2004RVSM-2005
सोयाबीन की खेती के लिए बुवाई का समय: सोयाबीन की बुवाई जून के मध्य से जुलाई के मध्य तक की जाती है।
सोयाबीन की खेती के लिए बुवाई का समय: सोयाबीन की बुवाई जून के मध्य से जुलाई के मध्य तक की जाती है।
सोयाबीन की खेती के लिए सिंचाई: सोयाबीन की खेती के लिए 10-12 इंच वर्षा आवश्यक होती है। यदि वर्षा कम हो तो सिंचाई की आवश्यकता पड़ सकती है।
सोयाबीन की खेती के लिए सिंचाई: सोयाबीन की खेती के लिए 10-12 इंच वर्षा आवश्यक होती है। यदि वर्षा कम हो तो सिंचाई की आवश्यकता पड़ सकती है।
सोयाबीन की खेती के लिए खाद और उर्वरक: सोयाबीन की खेती के लिए प्रति एकड़ 50 किलोग्राम नाइट्रोजन, 40 किलोग्राम फास्फोरस
सोयाबीन की खेती के लिए खाद और उर्वरक: सोयाबीन की खेती के लिए प्रति एकड़ 50 किलोग्राम नाइट्रोजन, 40 किलोग्राम फास्फोरस
और 30 किलोग्राम पोटाश की आवश्यकता होती है।
और 30 किलोग्राम पोटाश की आवश्यकता होती है।
सोयाबीन की खेती के लिए बुवाई का समय: सोयाबीन की बुवाई जून के मध्य से जुलाई के मध्य तक की जाती है।
सोयाबीन की खेती के लिए बुवाई का समय: सोयाबीन की बुवाई जून के मध्य से जुलाई के मध्य तक की जाती है।
सोयाबीन की खेती के लिए बुवाई का समय: सोयाबीन की बुवाई जून के मध्य से जुलाई के मध्य तक की जाती है।
सोयाबीन की बीजों को समान रूप से खेत में फैलाया जाता है, जबकि कतारों में बुवाई में बीजों को पंक्तियों में बोया जाता है।
सोयाबीन की बीजों को समान रूप से खेत में फैलाया जाता है, जबकि कतारों में बुवाई में बीजों को पंक्तियों में बोया जाता है।
सोयाबीन की खेती में कीट और रोग: सोयाबीन की फसल में कई प्रकार के कीट और रोग लग सकते हैं।
सोयाबीन की खेती में कीट और रोग: सोयाबीन की फसल में कई प्रकार के कीट और रोग लग सकते हैं।